यह सर्वज्ञात तथ्य है कि गुजरात में स्थित सरदार पटेल की मूर्ति, जिसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कहा जाता है, दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा है। इस प्रतिमा के साथ यह गौरव जुड़ा है, वहीं दूसरी तरफ इसके साथ यह कड़वा सच जुड़ा है कि इसे एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में दर्जनों आदिवासी गॉंवों को वहॉं से हटाया गया है। आज वे भी विस्थापित जीवन जी रहे हैं।
विभिन्न प्रतिरोधों को देखते हुए सरकार ने कुछ आदिवासियों को वहॉं छोटे-मोटे काम दिये थे। इसी क्रम में स्थानीय आदिवासियों को सफाई कर्मचारी का काम दिया गया। स्थानीय स्रोतों से खबर आ रही है कि वहॉं कार्यरत आदिवासियों में से करीब 150 को काम से निकाल दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि अब प्रशासन यहां सफाई करने के लिए मशीन ला रहा है और उसका कॉन्ट्रैक्ट वडोदरा म्युनिसिपल कॉरपोरेशन को दे दिया गया है। इसलिए अब खानगी एजेंसी ने कर्मचारियों को निकाल दिया है। इसको लेकर आदिवासी समूहों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है।